इंग्लिश टीचर के प्रेमजाल में फंसे छात्र ने की आत्महत्या, परिवार ने लगाए गंभीर आरोप !
![]() |
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 19 वर्षीय बी. फार्मा छात्र गौरव हाड़ा ने आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। परिवार का आरोप है कि गौरव को उसकी इंग्लिश कोचिंग टीचर ने प्रेमजाल में फंसाकर मानसिक और आर्थिक शोषण किया और फिर झूठे रेप केस की धमकी दी।
कौन था गौरव हाड़ा?
गौरव हाड़ा एक होनहार छात्र था जो फार्मेसी की पढ़ाई कर रहा था। वह भविष्य में एक सफल करियर बनाना चाहता था। पढ़ाई के साथ-साथ वह एक इंग्लिश कोचिंग सेंटर में भी जाता था, जहां उसकी एक महिला टीचर से जान-पहचान और फिर नज़दीकियां बढ़ीं।
परिवार ने लगाए गंभीर आरोप
गौरव के पिता ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, “मेरे बेटे को उसकी टीचर ने प्रेमजाल में फंसा लिया। उससे पैसे लिए, उसे ब्लैकमेल किया और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। जब गौरव ने रिश्ता खत्म करने की कोशिश की, तो टीचर ने उस पर झूठा रेप केस दर्ज कराने की धमकी दी।”
परिवार का यह भी दावा है कि महिला टीचर ने गौरव से लाखों रुपये ऐंठे और उसे डराकर चुप रहने को मजबूर किया।
आत्महत्या की घटना और पुलिस की शुरुआती प्रतिक्रिया
गौरव की लाश संदिग्ध परिस्थितियों में मिली, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की बात सामने आई है, लेकिन गौरव के परिवार का कहना है कि यह मामला सिर्फ आत्महत्या का नहीं, बल्कि मानसिक शोषण और ब्लैकमेलिंग का है।
परिजनों का आरोप है कि स्थानीय पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया और आरोपी को बचाने के लिए रिश्वत ली गई।
सामाजिक आक्रोश और न्याय की मांग
इस दुखद घटना के बाद इंदौर में जनआंदोलन शुरू हो गया है। कई सामाजिक संगठन और छात्र समूह सड़कों पर उतरकर निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर #JusticeForGaurav हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग गौरव को न्याय दिलाने की अपील कर रहे हैं।
पुलिस जांच की वर्तमान स्थिति
फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। डिजिटल सबूत, मोबाइल डाटा और पैसों के लेन-देन की जांच की जा रही है। हालांकि खबर लिखे जाने तक आरोपी टीचर के खिलाफ कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।
निष्कर्ष: क्या गौरव को मिलेगा न्याय?
गौरव हाड़ा की आत्महत्या सिर्फ एक छात्र की व्यक्तिगत त्रासदी नहीं है, बल्कि यह पूरे समाज के लिए एक चेतावनी है। यह घटना बताती है कि कैसे युवाओं को भावनात्मक शोषण, ब्लैकमेलिंग और मानसिक दबाव का सामना करना पड़ता है।
अब यह देखना बाकी है कि क्या गौरव को न्याय मिलेगा या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दफन हो जाएगा।
हमारी यही अपील है कि ऐसी घटनाओं को गंभीरता से लिया जाए और छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए।